रतलाम।हितेंद्र जोशी
शहर में पहले भी कई फाइनेंस कम्पनियों ने आम ग्राहकों की गाढ़ी कमाई का पैसा लूटा है। तथा पीढ़ितों को अपने हक-हलाल की पूंजी, रकम के लिए लम्बी कानूनी लडाई लड़ना पड़ी है। उसके बावजूद भी कई कम्पनियों के जिम्मेदार गिरफ्तार होने के बाद भी पूरा पैसा नही चुका पाए है। ऐसा ही एक और काण्ड कसारा बाजार स्थित मूथूट फाइनेंस कम्पनी के दो अधिकारियों ने किया। जो लाखों का सोना एवं नगद लेकर रपूâचक्कर हो गये। विगत दिवस जनसुनवाई में तक्षशिला परिसर रतलाम निवासी पुष्पेन्द्र सिंह गेहलोत ने जिला पुलिस अधिक्षक गौरव तिवारी को मूथूट फाइनेंस के तथाकथित ब्रांच मैनेजर राहुल श्रीवास्तव एवं धोखेबाज कर्मचारी सरफराज के विरूद्ध आवेदन दिया। जिसमें बताया कि पीढ़ित गेहलोत ने 400 ग्राम सोने पर 05 लाख का गोल्ड लोन लिया गया। किन्तु पीढ़ित पुष्पेन्द्र को धोखे में रखकर उक्त बदमाशों ने 400 ग्राम सोने पर कम्पनी से 06 लाख 51 हजार का लोन ले लिया। जब पुष्पेन्द्र लोन की अदायगी के लिए मूथूट फाइनेंस कम्पनी के कार्यालय पर गये तो वास्तविकता सामने आई। इस प्रकार जालसाज सरफराज और राहुल श्रीवास्तव की चोरी डकैती की वारदात उजागर हुई। पीढ़ित पुष्पेन्द्र ने कम्पनी के जिम्मेदारों से अपना पूरा सही वजन में सोना मांगा और कम्पनी के ठगों से बाकि का 01 लाख 51 हजार मय ब्याज के मांगा, तो मूथूट फाइनेंस के जिम्मेदारों ने कुछ माह का आश्वासन दिया। तथा बाद में हाथ खड़े कर दिये। सरफराज और राहुल ने मिलकर मूथूट कम्पनी के दम पर कई लोगों से जालसाजी की है। जिसमें कस्तुरबा नगर निवासी लक्ष्मण सोनी, वी.आई.पी नगर निवासी मनोज शर्मा, सहित कई लोग इस जालसाजी का शिकार हुए है। ऐसे में पीढ़ित परिवार की दयनीय स्थिति का जिम्मेदार कौन..? जब janvakalatnews.com के ऑफिस से मूथूट फाइनेंस कम्पनी के मैनेजर तुषार परदेशी से बात करना चाही, तो उन्होंने कॉल रिसिव नहीं किया।
Previous Articleनिरंकुश सत्ताधीश कानून का रखे ध्यान
Next Article दिग्विजय की मेहनत कांग्रेसको बना सकती है विजय…